अक़ीदा :- फ़रिश्ते अजसामे नूरी है अल्लाह तआला ने उनको ये ताक़त दी है के जो शक्ल चाहे बन जाये कभी वो इंसान की शक्ल में ज़ाहिर होते है और कभी दूसरी शक्ल में |
अक़ीदा :- वो वही करते है जो हुक्मे इलाही है खुदा के हुक्म के खिलाफ कुछ नहीं करते न क़सदन न खताअन वो अल्लाह के मासूम बन्दे हैं हर किस्म के सगाइर व क़बाइर (छोटे और बढे गुनाह) से पाक है
(हवाला-शरहे अक़ाइद.बहारे शरीअत)
अक़ीदा:- उन को मुख्तलिफ खिदमते सुपुर्द है बाज़ के ज़िम्मे हज़रात अम्बियाए क्राम की खिदमत मै वही लाना किसी के मुताल्लिक़ बदने इंसान के अंदर तसर्रुफ़ करना किसी के मुताल्लिक ज़ाकरीन का मज़मा तलाश करके उसमे हाज़िर होना किसी के मुताल्लिक इंसान के नामाये आमाल लिखना बहोतो का दरबारे रिसालत मै हाज़िर होना किसी के मुताल्लिक सरकार की बारगाह मै मुसमानो का सलातो सलाम पहुंचाना बाज़ो के मुताल्लिक मुर्दो से सवाल करना किसी के ज़िम्मे रूह कब्ज़ करना बाज़ के ज़िम्मे अज़ाब देना किसी के मुताल्लिक सूर फूकना और अर्श के उठाने वाले अर्शे आज़म के गिर्द घूमने वाले जन्नत के फ़रिश्ते मलाईकाये जहन्नम और वो जो इंसान की हिफाज़त पर मामूर किये गए हैं साहिबे तफ़सीरे रुहुल बयान ने फ़रमाया इंसान जिन्नात का दस वा हिस्सा हैं जिन्नो इंसान खुश्की के जानवरों का दसवां हिस्सा, ये सब मिलकर परिंदों का दसवां हिस्सा, फिर ये सब मिलकर दरयाई जानवरों का दसवां हिस्सा ,और ये सब मिलकर ज़मीन के फरिश्तों का दसवां हिस्सा, फिर ये सब मिलकर पहले आसमान के फरिश्तों का दसवां हिस्सा, ये दुसरे आसमान के फरिश्तों का दसवां हिस्सा इसी तरह सातवें आसमान तक यही तरतीब है |फिर ये तमाम मख़लूक़ात मिलकर कुर्सी के फरिश्तों के मुक़ाबिल बहुत कम |ये सब मिलकर अर्शे आज़म के एक परदे के फरिश्तों के मुक़ाबिले में बहुत कम | ख़याल रहे के अर्शे आज़म के छः लाख परदे हैं हर परदे में इसी क़द्र मलाइका हैं फिर ये तमाम मख्लूक़ इन फरिश्तों के मुक़ाबले में जो अर्शे आज़म के इर्द गिर्द घुमते रहते हैं ऐसे हैं जैसे दरया के मुक़ाबले में क़तरा | इससे मालूम हुआ के सब से बड़ी मख्लूक़ फरिश्ते ही हैं उनकी तादाद रब तबारक वतआला ही जानता है | उनके अलावा और बहुत से काम है जो मलाइका (फ़रिश्ते) अन्जाम देते है
(इस्लामी हैरत अंगेज़ मालूमात, बहारे शरीअत)
अक़ीदा :- फ़रिश्ते न मर्द है न औरत (हवाला – शरहे अक़ाइद.बहारे शरीअत)
अक़ीदा :- उन को क़दीम मानना या खालिक जानना कुफ्र है
(क़ुरआन शरीफ, बहारे शरीअत)
अक़ीदा :- उनकी तादाद वही जाने जिसने उनको पैदा किया और उसके बताये से उसका रसूल चार फ़रिश्ते बहुत मशहूर हैं
- हज़रते जिब्राइल अलैहिस्सलाम
- हज़रते मीकाईल अलैहिस्सलाम
- हज़रते इस्राफील अलैहिस्सलाम
- हज़रते इज़राईल अलैहिस्सलाम
और ये सब मलाइका (फरिश्ते) पर फ़ज़ीलत रखते है
अक़ीदा:- किसी फरिश्ते के साथ अदना गुस्ताखी कुफ्र है जाहिल लोग अपने किसी दुश्मन या मबग़ूज़ को देखकर कहते हैं की मलकुल्मौत या इज़राइल आगया ये क़रीब बा कलमए कुफ्र है
अक़ीदा :- फरिश्तों के वुजूद का इंकार या ये कहना के फ़िरश्ता नेकी की क़ुव्वत को कहते हैं और उसके सिवा कुछ नहीं ये दोनों बाते कुफ्र हैं (बहारे शरीअत जिल्द अव्वल. मुस्लिम शरीफ)
सवाल :- आसमाने अव्वल के खाजिन फ़रिश्ते का नाम क्या है और उनके मातहैत कितने फ़रिश्ते है?
जवाब :- इस खजिन फ़रिश्ते का नाम इस्माइल अलैहिस्सलाम है और उनके ताबे 1200 हज़ार ऐसे फ़रिश्ते है की उन में से हर फ़रिश्ते के मातहैत 1200 हज़ार जमीयत है एक रिवायत में एक लाख फ़रिश्ते है के हर एक के ज़ेरे हुक्म एक एक लाख और फ़रिश्ते है एक और रिवायत में इन फ़रिश्तो की तादाद 7 लाख है जो इस्माइल अलैहिस्सलाम की तबीयत में है और उन में से हर एक के मातहत सात लाख फ़रिश्ते है
(इस्लामी हैरत अंगेज़ मालूमात)
सवाल :- अव्वलीन फरिश्ता जिसने सजदा किया कौन है?
जवाब :- अव्वल फरिश्ता जिसने सजदा किया वो इस्राफील अलैहिस्सलाम है |
सवाल :- फ़रिश्तो की मस्जिद का नाम क्या है और वो कहा है ?
जवाब :- उसका नाम बैतुल मामूर है जो सातवे आसमान पर बैतुल्लाह शरीफ के मुक़ाबिल है अगर कोई चीज़ बैतुल मामूर से गिराई जाये तो वो ठीक बैतुल्लाह पर आकर गिरेगी | एक क़ौल ये है के चौथे आसमान पर है
सवाल :- जिब्रील अलैहिस्सलाम के कितने बाज़ू है ?
जवाब:- जिब्रील अलैहिस्सलाम के 600 बाज़ू है
सवाल :- जिब्रील अलैहिस्सलाम के घोड़े का नाम क्या है?
जवाब :- जिब्रील अलैहिस्सलाम के घोड़े का नाम हैजूम है
सवाल :- फ़रिश्तो ने कितने और किन किन हज़रात को ग़ुस्ल दिया ?
जवाब :- तीन हज़रात को
- हज़रते आदम अलैहिस्सलाम
- हज़रते हन्ज़ला बिन अबी आमिर रदियल्लाहु अन्हो
- हज़रते ज़करिया अलैहिस्सलाम
हज़रते ज़करिया अलैहिस्सलाम की शहादत से मुतआलिक एक रिवायत है के जब कुफ्फार ने आप को चीर कर बीच से दो टुकड़े कर दिए तो खुदा ने फ़रिश्तो को हुक्म दिया और फ़रिश्तो ने ग़ुस्ल दे कर आप की नमाज़े जनाज़ा पढाई
सवाल :- उस फरिश्ते का क्या नाम है के शबे क़द्र को आमाल का नुस्खा जिसके हवाले किया जाता है ?
जवाब : उस फरिश्ते का नाम इस्माइल है
सवाल : वह कौन सा फरिश्ता है जो जब से पैदा हुआ सिवाए एक बार के न कभी हँसा और न कभी हसेगा ?
जवाब :- वह हज़रत मालिक अलैहिस्सलाम है शबे मेअराज को रसूल अल्लाह सल्लाहु अलैहिवस्सलम को देख कर पहली बार हॅसे थे इससे पहले कभी नहीं हॅसे थे और न कभी हसेंगे (मुआरीजुन्नुबुव्वत)
सवाल :- जिब्राईल अलैहिस्सलाम जब इंसानी शक्ल में दुनिया में आते थे तो उस वक़्त आप किस रंग के कपड़ो में मलबूस होते थे ?
जवाब :- उस वक़्त आप के कपड़े सफ़ेद और बाल सिया होते थे
सवाल :- फ़रिश्ते किस रंग की पगड़िया पहनकर मैदाने जंग में इस्लामी लश्करों की मदद के लिए आते थे ?
जवाब :- जंगे बदर में फ़रिश्ते स्याह पगडीयो में और जंगे ओहद में सुर्ख पगडीयो में दूसरी रिवायत में ज़र्द (पीला) पगडीयो में देखे गए और उनके घोड़े चितकबरे रंग के थे हज़रते इब्ने अबी हातिम व उरवा बिन ज़ुबैर के मुताबिक जंगे बदर में मलाएका की पगडीयो का रंग ज़र्द था हज़रत इब्ने अब्बास रदियल्लाहु अन्हो के मुताबिक सफ़ेद और इब्ने मरविया के मुताबिक उनका रंग काला था और जंगे हुनैन में सुर्ख रंग की पगड़िया थी (इस्लामी हैरत अंगेज़ मालूमात)
सवाल :- रूह क़ब्ज़ करने केलिए मलकुल मौत कितने फरिश्तों को अपने हमराह लेकर चलते हैं?
जवाब :- मोमिनो की रूह क़ब्ज़ करने केलिए मलकुल मौत के साथ रहमत के छः लाख फ़रिश्ते लाते हैं और काफिरों के छः लाख अज़ाब के फ़रिश्ते उनके साथ होते हैं
सवाल :- उस फ़रिश्ते का क्या नाम है जो क़यामत के दिन ज़मीन को पलटेगा ?
जवाब :- उस फ़रिश्ते का नाम रियाफील है
सवाल-: वो कोनसा फरिश्ता है जिसकी पेशानी पर सारा क़ुरआन लिख दिया गया है ?
जवाब :- वो हज़रते इस्राफील अलैहिस्सलाम हैं
सवाल :- वो कोनसा फरिश्ता है जो क़यामत के दिन लोगों को मैदाने हश्र की तरफ बुलाएगा ?
जवाब :- वो हज़रत इस्राफील अलैहिस्सलाम हैं की निदा तो हज़रत जिब्राइल अलैहिस्सलाम देगें और सूर हज़रते इस्राफील अलैहिस्सलाम फूंकेगे
सवाल :- जन्नत के खजिन फरिश्ते का क्या नाम है ?
जवाब :- उनका नाम रिज़वान अलैहिस्सलाम है (मुअरीज़ुन्नुब्बूवत )
सवाल :- दोज़ख के खाज़िन फरिश्ते का क्या नाम है ?
जवाब :- उन फरिश्ते का नाम मालिक अलैहिस्सलाम है
सवाल :- हज़रत मालिक अलैहिस्सलाम जिस मिम्बर के पास बैठे है उस मिम्बर के कितने पाए है ?
जवाब :- मालिक अलैहिस्सलाम स्याह मिम्बर पर बैठे है उस मिम्बर के आठ लाख पाए है
सवाल :- हज़रत जिब्राइल अलैहिस्सलाम किस नबी की खिदमत मै कितनी बार हाज़िर हुए?
जबाब :-बाज़ उलमा फरमाते है की हुज़ूर सल्लल्लाहुअलेहीवासल्लम की खिदमत मैहज़रत ज़बराईल अलैहिस्सलाम चौबीस हज़ार (24000) मर्तबा नाज़िल हुए, हज़रत आदम अलैहिस्सलाम पर बारह मर्तबा नाज़िल हुए, हज़रत इदरीस अलैहिस्सलाम पर 4 मर्तबा, हज़रत नूह अलैहिस्सलाम पर 50 मर्तबा, हज़रत इब्राहिम अलैहिस्स्लाम पर 42 मर्तबा, हज़रत मूसा अलैहिस्सलाम पर 104 मर्तबा और हज़रत ईसा अलैहिस्सलाम पर 10 मर्तबा |
(मुअरीज़ुन्नुब्बूवत इस्लामी हैरत अंगेज़ मालूमात)
सवाल :- हर शख्स के साथ कितने फरिश्ते रहते है ?
जवाब :- बाइख्तिलाफ़े रवायत – 2, 4, 5, 10, 160, 360.
सवाल :- बन्दों के दरूदे पाक को हुज़ूर सल्लाल्लाहुअलैहिवस्सलम की बारगाह में पहुंचाने वाले फरिश्ते का क्या नाम है ?
जवाब :- सलसाइील उनके तीन वाज़ू है एक मशरिक मै एक मगरीब मै एक हुज़ूर अक़दस सल्लल्लाहु अलेहीवासल्लम के रोज़ये अक़दस पर
सवाल :- हज़रते इस्राफील अलैहिस्सलाम सूर कहा फूकेंगे?
जवाब :- बैतुल मुक्क़दस की एक चट्टान पर खड़े होकर फूकेंगे
सवाल :- आसमान मै बिजली कैसे चमकती है ?
जवाब :- रेअद फ़रिश्ते के हाथ मै एक कोड़ा है जिसका नाम “बर्क” है और वो उस कोड़े से बादलों को हांकता है और उसी से बिजली चमकती है
(इस्लामी मालूमात, इस्लामी हैरत अंगेज़ मालूमात)