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माहे जमादियुल उखरा में किस बुज़रुग का उर्स किस तारिख को होता है?
"माहे जमादियुल उखरा मुबारक" :- जमादि का माना है "बर्फ का जमना" जब इस महीने का नाम रखा गया तब सख्त सरदी ठण्ड थी और कुछ मुल्को में बर्फ पड़ रही थी, तालाब वगैरह जमे हुए थे, इस लिए इसे माहे जमादीउल-अव्वल कहा जाता है, Read this also सरकार महबूबे इलाही निज़ामुद्दीन औलिया...
माहे जमादि उल ऊला में किस बुज़रुग का उर्स किस तारिख को होता है?
"माहे जमादि उल ऊला मुबारक" जमादि का माना है "बर्फ का जमना" जब इस महीने का नाम रखा गया तब सख्त सरदी ठण्ड थी और कुछ मुल्को में बर्फ पड़ रही थी, तालाब वगैरह जमे हुए थे, इस लिए इसे माहे जमादीउल-अव्वल कहा जाता है, माहे जमादि उल ऊला का चाँद देख कर सूरह इखलास पढ़ें: ﺑِﺴْﻢِ...
हज़रत शैख़ अबुल फ़तह रुकने आलम मुल्तानी सोहरवर्दी की हालाते ज़िन्दगी (Part-2)
हज़रत शैख़ अबुल फ़तह रुकने आलम मुल्तानी सोहरवर्दी रहमतुल्लाह अलैह की चंद करामात आप की नज़रे करम से गुमशुदा लड़का घर वापस आ गया :- साहिबे मिर अतुल मनाक़िब: बयान करते हैं के मुल्तान में एक हिन्दू औरत रहती थी जिस का सिर्फ एक ही बेटा था जो के तिजारत के सिलसिले में खुरासान गया...
हज़रत शैख़ अबुल फ़तह रुकने आलम मुल्तानी सोहरवर्दी की हालाते ज़िन्दगी (Part-1)
हज़रत शैख़ अबुल फ़तह रुकने आलम मुल्तानी सोहरवर्दी :- हज़रत शैख़ अबुल फ़तह रुकनुद्दीन ख़ित्तए मुल्तान के औलियाए मशाइख में से हैं, और आप शैख़ सदरुद्दीन के बेटे हैं, और शैख़ बहाउद्दीन ज़करिया मुल्तानी के पोते और हज़रत मखदूम जहानियां जहाँ गश्त के पिरो मुर्शिद हैं, आप की विलादत बा...
हुज्जतुल इस्लाम हज़रत मौलाना अश्शाह मुहम्मद हामिद रज़ा खान की हालाते ज़िन्दगी (Part-2)
हामिदो मेहमूद और हम्माद अहमद कर मुझे मेरे मौला सय्यदी हामिद रज़ाए मुस्तफा के वास्ते आप का फन्ने तारिख गोई (हिस्ट्री) में कमाल :- वालिद माजिद सरकार आला हज़रत रहमतुल्लाह अलैह की तरह हुज़ूर हुज्जतुल इस्लाम रहमतुल्लाह अलैह को फन्ने तारिख गोई (हिस्ट्री) में भी कमाल हासिल था,...
हुज्जतुल इस्लाम हज़रत मौलाना अश्शाह मुहम्मद हामिद रज़ा खान की हालाते ज़िन्दगी (Part-1)
हामिदो मेहमूद और हम्माद अहमद कर मुझे मेरे मौला सय्यदी हामिद रज़ाए मुस्तफा के वास्ते आप की विलादत शरीफ :- आप की विलादत ब सआदत माहे रबीउल अव्वल 1293, हिजरी मुताबिक 1875, ईस्वी में हुई, इसमें मुबारक व लक़ब :- अकीके में आप का नाम हस्बे दस्तूर खानदानी "मुहम्मद" रखा गया जिन...
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