नबी ‎सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम से मोहब्बत

नबी ‎सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम से मोहब्बत

हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहिवसल्लम की मोहब्बत असल ईमान बल्क़ि ईमान उसी मोहब्बत ही का नाम है जब तक हुज़ूर की मोहब्बत माँ, बाप, औलाद और सारी दुनिया से ज़्यादा न हो आदमी मुसलमान हो ही नहीं सकता की मुहम्मद से वफ़ा तूने तो हम तेरे है ये जहाँ चीज़ क्या है लहो क़लम तेरे हैBy –...
हमारे नबी ‎ﷺ की चंद ख़ुसूसियात

हमारे नबी ‎ﷺ की चंद ख़ुसूसियात

पेशे हक़ मुज़्दा शफ़ाअत का सुनाते जायेंगे आप रोते जायेंगे हमको हंसाते जायेंगे वुसअतें दी हैं खुदा ने दामने मेहबूब को जुर्म खुलते जायेंगे और वो छुपाते जायेंगेBy – Aala Hazrat Imam Ahmed Raza अक़ीदा :- हज़रत मुहम्मद सल्लाल्ल्हु अलैहि वस्सलम के अलावा दुसरे नबियो को किसी...
नुबुव्वत के बारे में अक़ीदे

नुबुव्वत के बारे में अक़ीदे

मुसलमानो के लिए जिस तरह अल्लाह की ज़ात और सिफ़ात का जानना ज़रूरी है के किसी दिनी ज़रूरी बात के इंकार करने या मुहाल के साबित करने से यह काफिर न हो जाये इसी तरह यह जानना भी ज़रूरी है की नबी के लिए क्या जाइज़ है और क्या वाजिब और क्या मुहाल है कियूंकी वाजिब का इंकार करना...
Allah Tala ki Zaat और उसकी सिफ़तो के बारे में कैसा अक़ीदा रखना चाहिए

Allah Tala ki Zaat और उसकी सिफ़तो के बारे में कैसा अक़ीदा रखना चाहिए

Allah Tala ki Zaat – लकल हमदु या अल्लाहो वस्सलातो वस्सलामो अलैका या रसूल अल्लाह सवाल : अल्लाह तआला के बारे में कैसा अक़ीदा रखना चाहिए ? जवाब : Allah Tala ki Zaat – अल्लाह तआला एक है उसका कोई शरीक नहीं – आसमान व ज़मीन और सारी मख़लूक़ात को पैदा करने...