हज़रत अल्लामा मुफ़्ती नक़ी अली खां रहमतुल्लाह अलैह की हालाते ज़िन्दगी

हज़रत अल्लामा मुफ़्ती नक़ी अली खां रहमतुल्लाह अलैह की हालाते ज़िन्दगी

आपकी पैदाइश व तालीमों तरबियत :- आपकी विलादत जमादिउल आखिर या रजाबुल मुरज्जब 1246 हिजरी मुताबिक़ 1830 ईस्वी को बरेली शरीफ के मोहल्ला ज़खीराः में हुई, रईसुल अतक़िया मुफ़्ती नक़ी अली खां ने जुमला तमाम उलूम व फनून की तालीम अपने वालिद माजिद इमामुल उलमा मौलाना “रज़ा अली...
ग्यारवी सदी के मुजद्दिद हज़रत औरंगज़ेब आलमगीर की हालाते  ज़िन्दगी

ग्यारवी सदी के मुजद्दिद हज़रत औरंगज़ेब आलमगीर की हालाते ज़िन्दगी

सरज़मीने हिंदुस्तान और मुग़ल ख़ानदान :- सरज़मीने हिंदुस्तान पर मुग़ल ख़ानदान की 6 सौ साल हुकूमत रही और ये हिंदुस्तान की इस्लामी तारीख का सुनेहरा बाब (चेपटर) है लेकिन मुग़ल बादशाहों में ख़ास तौर से शहंशाहे हिंदुस्तान हज़रत औरंग ज़ेब आलमगीर रहमतुल्लाह अलैह का दौरे हुकूमत...
हज़रत ख़्वाजा अबुल हसन ख़रक़ानी की हालाते ज़िन्दगी

हज़रत ख़्वाजा अबुल हसन ख़रक़ानी की हालाते ज़िन्दगी

आपका तआरुफ़ :- आप तरीक़त व हक़ीक़त का सर चश्मए फ्यूज़ व मारफ़त खज़ाना और आपकी अज़मत व बुज़ुर्गी मुसल्लामा थी | हज़रत बायज़ीद बस्तामी रहमतुल्लाह अलैह का दस्तूर था के साल में एक मर्तबा “मज़ाराते शुहदा” की ज़्यारत के लिए जाया करते थे और जब ख़रक़ान पहुँचते तो फ़िज़ा में मुँह...
हज वाजिब होने की क्या क्या शर्तें  हैं (Part-2)

हज वाजिब होने की क्या क्या शर्तें हैं (Part-2)

मसअला :- हज वाजिब होने की आठ शर्तें हैं, जब तक वो सब न पाई जाएं हज फ़र्ज़ नहीं: (1). इस्लाम :- लिहाज़ा अगर मुस्लमान होने से पहले इस्तिताअत (ताक़त) थी फिर फ़क़ीर हो गया और इस्लाम लाया तो ज़मानए कुफ्र की इस्तिताअत की बिना पर इस्लाम लाने के बाद हज फ़र्ज़ न होगा के जब तक इस्तिताअत...
हालाते ज़िन्दगी वाक़िफ़े असरार  ख़फीओ जली सय्यद अली

हालाते ज़िन्दगी वाक़िफ़े असरार ख़फीओ जली सय्यद अली

आपका तआरुफ़ :- औलादे गौसे आज़म वाक़िफ़े असरारे ख़फ़ी व जली शैखुल मशाइख, कुदवतुल औलिया ज़ुबदतुल असफिया आशिक़े महबूबे रब्बुल आलमीन वाक़िफ़े असरारे ख़फ़ी व जली हज़रत सय्यदना सरकार अली रदियल्लाहु अन्हु आप सिलसिले आलिया क़ादरिया बरकातिया रजविया हामिदया हबीबिया के 21 वे इमाम व शैख़े तरीक़त...
हज करने की क्या क्या फ़ज़ीलतें हैं? तफ्सील से पढ़ें (Part-1)

हज करने की क्या क्या फ़ज़ीलतें हैं? तफ्सील से पढ़ें (Part-1)

अल्लाह अज़्ज़ावजल इरशाद फरमाता है إِنَّ أَوَّلَ بَيْتٍ وُضِعَ لِلنَّاسِ لَلَّذِى بِبَكَّةَ مُبَارَكًا وَهُدًى لِّلْعَٰلَمِينَ فِيهِ ءَايَٰتٌۢ بَيِّنَٰتٌ مَّقَامُ إِبْرَٰهِيمَ ۖ وَمَن دَخَلَهُۥ كَانَ ءَامِنًا ۗ وَلِلَّهِ عَلَى ٱلنَّاسِ حِجُّ ٱلْبَيْتِ مَنِ ٱسْتَطَاعَ...
ज़िल क़ादा के महीने में किस बुज़ुर्ग का उर्स किस तारीख को होता है?

ज़िल क़ादा के महीने में किस बुज़ुर्ग का उर्स किस तारीख को होता है?

ज़िल क़ादा का जो लफ्ज़ है :- वो ‘क़ादा’ से बना है यानी बैठना इस महीने में अरब के लोग कहीं आते जाते नहीं थे, घर में ही बैठते थे. माहे ज़िल क़ादा के ख़ास दिन S.NoWisaalBuzurgane DeenMazaar Location 11 ज़िल क़ादाहज़रत इमाम शम्सुद्दीन मुहम्मद अल ज़हबी रहमतुल्लाह अलैहदमिश्क़ / सीरिया...
हुज़ूर सद रुश्शरिया अल्लामा अमजद अली आज़मी की हालाते ज़िन्दगी

हुज़ूर सद रुश्शरिया अल्लामा अमजद अली आज़मी की हालाते ज़िन्दगी

आपके इब्तिदाई हालात :- हुज़ूर सद रुश्शरिया बद रुत्तरिका, मुहसिने अहले सुन्नत, ख़लीफ़ए आला हज़रत “मुसन्निफ़े बहारे शरीअत” हज़रते अल्लामा व मौलाना अल्हाज मुफ़्ती मुहम्मद अमजद अली आज़मी रज़वी सुन्नी हनफ़ी क़ादरी बरकाती रहमतुल्लाह अलैह हिजरी 1300 मुताबिक़ सन 1882 में...
हालाते ज़िन्दगी ख्वाजा हाजी मोहम्मद नजमुद्दीन सुलेमानी चिश्ती

हालाते ज़िन्दगी ख्वाजा हाजी मोहम्मद नजमुद्दीन सुलेमानी चिश्ती

आपके इब्तेदाई हालात :- शाहे विलायत हज़रत सय्यदना ख्वाजा हाजी मोहम्मद नजमुद्दीन सुलेमानी चिश्ती फ़ारूक़ी अल मारूफ नजम सरकार रहमतुल्लाह अलैह सरज़मीने हिंदुस्तान में सिलसिलाए विलायत सुल्तानुल हिन्द ख्वाजए ख्वाजगां हज़रत सय्यदना ख्वाजा गरीब नवाज़ रदियल्लाहु अन्हु से शुरू हुआ ये...
हज़रत सय्यदना गंज बख्श खट्टू रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी

हज़रत सय्यदना गंज बख्श खट्टू रदियल्लाहु अन्हु की हालाते ज़िन्दगी

आपका तअर्रुफ़ :- मलिकुल मशाइख बुरहानुल हक़ाइक़ सिराजुल औलिया ताजुल असफिया गंज बख्श मगरबी चिराग हज़रत सय्यदना गंज बख्श खट्टू रदियल्लाहु अन्हु आप दिल्ली के शाही खानदान से थे | आपके वालिद का नाम “मालिक इख्तियारुद्दीन” था आप की विलादत दिल्ली में हुई | आपके पिरो...